शुक्रवार, 20 मई 2016

फूलों का संदेश

फूलों का संदेश
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फूल हमेशा कुछ कहते हैं।
खिले हुए सूरज के मुख से
सब के सब सूरज बन जाते
सेना के ज्यों खड़े सिपाही
अनुशासन में रहते हैं।
फूल हमेशा ....
क्यारी में यदि खिलें गुलाबी,
पीले ,नारंगी या काले
तरह-तरह के रंग मतवाले
विविधा में एका कहते हैं।
फूल हमेशा....
झाड़ी के कोमल एकाकी
चटख रंगों में, राग सुनाते
मुसकाते रहते स्वानन्दित
काँटों की दुनिया सहते हैं।
फूल हमेशा....
विविध रंग-रूपों की दुनिया
का संदेशा फूल सुनाते
जग जाते, फिर सो जाते हैं
दुःख में,सुख में ये मुसकाते।
मुसकाने मुरझाने के क्रम
में जीवन किस्सा कहते हैं।
फूल हमेशा....


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